शहर की इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी से कुछ समय निकाल कर हम जब फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपने दोस्तों की खूबसूरत पहाड़ की वादियों वाली फोटो देखते है तो लाइक बटन दबाने के साथ-साथ हम तुरंत पहाड़ो में ट्रैकिंग का प्लान बना लेते है। परन्तु हमारे 9 घंटे की डेस्क जॉब से छुट्टी लेकर पहाड़ो में ट्रैकिंग करना उतना आसान नहीं है। अपने ट्रैकिंग को यादगार और एन्जॉय करने के लिए इन बातो का जरूर ध्यान रखे।
1. Cardiovascular Exercises (स्वस्थ हृदय के लिए व्यायाम ) :
पहाड़ो में ट्रैकिंग करते समय शरीर में ऑक्सीजन प्रवाह बढ़ जाता है जिसके लिए हमारी फेफड़े का मजबूत होना बहुत जरुरी है। तो अपने स्वस्थ हृदय के लिए कम से कम ये रूटीन जरूर फॉलो करे।
रनिंग और जॉगिंग : ट्रेक में जाने से १ महीने पहले से हमे इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाइये। ट्रैकिंग के लिए कम से कम ३०-४० मिनट में ४ किलोमीटर कवर करने की कोशिश करे। शुरुवात १ – २ किलोमीटर से करे और धीरे धीरे इसे बढ़ाते रहे।
2. Strengthening of muscles (मांसपेशियों की मजबूती के लिए व्यायाम) :
ट्रैकिंग में हमे १ दिन में 15 – 20 किलोग्राम के बैग के साथ ३ -४ किलोमीटर चलना पड़ता है। तो आप पैरों के माँसपेशिओ के लिए भी ये व्यायाम जरूर से करे।
शुरुवात ४- ६ रेपेटिशन से करे और धीरे धीरे इसे बढ़ाते रहे।
ट्रैकिंग का जरुरी सामान से भरा बैग हम अपने कंधो पे ही ले जाते है। जिसके लिए कोर बॉडी का फ्लेक्सिबल होना बहुत जरुरी है। तो इसके लिए ये एक्सरसाइज जरूर से करे। आप शुरुवात में अपनी क्षमता अनुसार व्यायाम करे और धीरे धीरे इस लक्षय को पूरा करने की कोशिश करे।
सबसे जरुरी बात। कोई भी व्ययाम करने से पहले और बाद में कम से कम १० – १५ मिनट की स्ट्रेचिंग जरूर करे। जिससे आपका शरीर पूरी तरह से फ्लेक्सिबल हो जाता हैं और मसल इंजरी का खतरा भी नहीं रहता। आप ये सारे व्यायाम शुरुवात में अपनी क्षमता अनुसार करे और धीरे धीरे दिए गए लक्षय तक पहुंचे। याद रखे आपको ये सब ट्रैकिंग में जाने से १ महीने पहले से ही शुरू कर देना है। तभी आप किसी भी ऊंचाई का ट्रैकिंग बहुत आराम से पूरा कर पाएंगे।