अल्मोड़ा से 10 km दूर यह मंदिर चितई गोलू देवता के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर मनोकामना पूरी करने लिए चिट्ठियाँ लिखी जाती है।
चितई गोलू देवता मंदिर
अल्मोड़ा से लगभग 40 km की दूरी पर स्थित यह मंदिर देवदार के जंगलो के बीचो बीचो स्थित है।भगवान शिव के इस तपस्थली मंदिर मे लगभग 150 ग़ुफाये है।
जागेश्वर मंदिर
नंदा देवी का मंदिर अल्मोड़ा शहर का एक धार्मिक मंदिर है। यहाँ पर देवी दुर्गा का अवतार विराजमान है और यह मंदिर 1000 साल पुराना माना जाता है।
नंदा देवी मंदिर
अल्मोड़ा से लगभग 8km की दूरी पर “कसार” नामक गांव में स्थित ये मंदिर कश्यप पहाड़ी की चोटी पर एक गुफानुमा जगह पर बना हुआ है। यह मंदिर अद्वितीय और चुंबकीय शक्ति का केंद्र भी है।
कसार देवी मंदिर
भारत का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य मंदिर कटारमल अल्मोड़ा से लगभग 18km की दूरी पर स्थित है। यहाँ पर साल मे दो बार 22oct और 22feb को सुबह के समय पर सूर्य की किरणे भगवान की मूर्ति पर पड़ती है।
कटारमल मंदिर
अल्मोड़ा से 50KM की दूरी पर स्थित यह मंदिर डोल आश्रम गाँव के हरे भरे जंगलो के बीच स्थित है। यह ध्यान के लिए एक आध्यात्मिक स्थान है।
डोल आश्रम
डाना गोलू देवता गैराड मंदिर अल्मोड़ा के बिनसर वन्यजीव अभ्यारण से 2KM की दूरी पर स्थित है। यह कलबिष्ट गैराड गोलू धाम के नाम से भी जाना जाता है।
गैराड गोलू देवता
अल्मोड़ा के द्वाराहाट से लगभग 15km की दूरी पर स्थित यह मंदिर द्रोणा पर्वत की चोटी पर स्थित है। यह मंदिर 'द्रोणगिरी' के नाम से भी जाना जाता है।
दूनागिरि मंदिर
बिनसर महादेव मंदिर
अल्मोड़ा के रानीखेत मे स्थित बिनसर महादेव मंदिर अपनी आधात्मिक और अद्वितीय सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।और यह मंदिर स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है।